- अलग-अलग बोलियाँ: अरबी में कई डायलेक्ट्स (मिस्री, गल्फ, शामी आदि) हैं, इसलिए नए सीखने वालों को स्टैण्डर्ड मॉडर्न अरबी से शुरुआत करनी चाहिए।
SpeakPal इसी पर फोकस करता है।
- उच्चारण: अरबी के कई शब्दों की ध्वनि हिंदी या इंग्लिश से बिलकुल अलग होती है। रोजाना अभ्यास जरूरी है।
- रोजाना अरबी के गाने और वीडियो सुनें-देखें।
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SpeakPal पर हर दिन कम से कम 30 मिनट प्रैक्टिस करें — एक महीने में असर दिखेगा!
- थ्योरी के साथ साथ रोज बातचीत की प्रैक्टिस करें।
- धार्मिक और सांस्कृतिक समझ: अरबी इस्लाम की भाषा है, कुरान को समझने और पढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है।
- करियर के अवसर: अरबी जानने वालों के लिए विदेश मंत्रालय, कॉर्पोरेट, एजुकेशन, बिज़नेस, टूरिज्म और मिडिल ईस्ट देशों में जॉब्स की भरपूर संभावनाएं हैं।